Khwaja Saheb's Ajmer Dargah, Union Minister Kiren Rijiju himself will bring PM Modi's chadar:ख्वाजा साहब की अजमेर दरगाह में मंदिर विवाद के बीच केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू खुद लाएंगे PM मोदी की चादर
- हिंदुस्तान समेत पूरे विश्व में प्रसिद्ध अजमेर दरगाह में मंदिर विवाद के बीच केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू खुद लाएंगे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चादर आपको बता दे की, हिंदू सेना ने नहीं भेजने का किया आग्रह। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पहले कार्यकाल में तत्कालीन अल्पसंख्यक मामलात के केंद्रीय मंत्री मुख़्तार अब्बास नकवी चादर लेकर आए थे। ग़ौरतलब है कि अजमेर दरगाह शरीफ़ भारत सरकार के केंद्रीय अल्पसंख्यक मंत्रालय के अंदर ही आता है। इस बार अजमेर शरीफ का सलाना 813 वा उर्स 28 दिसंबर से शुरू हो रहा है। जिसमें पूरी दुनिया से लोग उपस्थिति दर्शाने वाले हैं। अजमेर शरीफ में मंदिर दरगाह विवाद के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से 4 जनवरी को ख़्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती की दरगाह पर चादर पेश की जाएगी। इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से चादर पेश करना इसलिए भी ख़ास हो गया है कि अल्पसंख्यक मामलात के केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू प्रधानमंत्री की चादर लेकर आ रहे हैं। इससे पहले मोदी के पहले कार्यकाल में तत्कालीन अल्पसंख्यक मामलात के केंद्रीय मंत्री मुख़्तार अब्बास नकवी चादर लेकर आए थे। ग़ौरतलब है कि अजमेर दरगाह शरीफ़ भारत सरकार के केंद्रीय अल्पसंख्यक मंत्रालय के अंदर ही आता है। इस बार अजमेर शरीफ का सलाना उर्स 28 दिसंबर से शुरू हो रहा है। माना जा रहा है राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत के 'हर जगह मंदिर खोजने' पर कटाक्ष करने के बाद प्रधानमंत्री मोदी के इस कदम से हिंदू सेना जैसे संगठनों के दरगाह शरीफ में संकट मोचक मंदिर होने जैसे विवाद पैदा करने को झटका लगेगा। हालांकि सुप्रीम कोर्ट का भी एक सराहनीय फैसला हाल के दिनों में आया है।
राजस्थान के अजमेर में स्थित ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के 813वें उर्स का झंडा कल चढ़ाया जाएगा . दरगाह के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मोहम्मद नदीम ने जानकारी देते हुए बताया, कि झंडा चढ़ाने वाला भीलवाड़ा का गौरी परिवार अजमेर पहुंच गया है. 28 दिसंबर को असर की नमाज के बाद दरगाह गेस्ट हाउस से झंडे का जुलूस निकाला जाएगा और परंपरानुसार बुलंद दरवाजे पर चढ़ाया जाएगा. इस झंडे के साथ उर्स मेले की अनौपचारिक शुरुआत हो जाएगी .31 दिसंबर और 1 जनवरी को सुबह 4:30 बजे जन्नती दरवाजा खोला जाएगा. रजब का चांद देखने के लिए हिलाल कमेटी की बैठक शाम 6: 30 बजे होगी. चांद दिखाई देने पर 1 और 2 जनवरी को पहली महफिल की शव रात्रि 11 से 4 बजे तक तो वहीं दूसरी ओर ख्वाजा साहब की मजार पर गुस्ल की रस्म अदा होगी.
पुरानी इमारतों की छतों पर की गई तारबंदी
उर्स के दौरान बड़ी संख्या में जायरीन की भीड़ अजमेर दरगाह पहुंचती है. ऐसे में दरगाह कमेटी ने सुरक्षा के लिहाज से आवश्यक कदम उठाए हैं. क्वीन मैरी हौज और आसपास की पुरानी इमारतों पर तारबंदी करा दी गई है. झंडा चढ़ने के मौके पर यहां जायरीनों को चढ़ने नहीं दिया जाएगा .
ये जानकारी अकोला कच्छी मेमन जमात के अध्यक्ष जावेद ज़कारिया ने दी
0 Comments