Akola Government General Hospital News:आखिरकार सामाजिक कार्यकर्ता उमेश इंगले की लड़ाई सफल हुई
अकोला प्रति - सरकारी सामान्य अस्पताल में कौन सा वार्ड कहां और किस दिशा में है, इसका पता लगाने में काफी मशक्कत करनी पड़ती है. क्योंकि सर्वोपचार अस्पताल में दिशा-निर्देश बोर्ड और वार्ड नंबर नहीं लिखे गए हैं। इससे मरीजों को काफी परेशानी उठानी पड़ती है और मरीजों को असुविधा होती है. सामाजिक कार्यकर्ता उमेश सुरेश राव इंगले की ओर से शासकीय मेडिकल कॉलेज के संस्थापक डॉ. मीनाक्षी गजभिए की ओर से दिशा-निर्देश बोर्ड लगाने के लिए प्रशासन से संघर्ष कर विभाग को पत्र भेजकर मांग की गई थी। उस पत्र को ध्यान में रखते हुए लोक निर्माण विभाग ने उक्त दिशा सूचक बोर्ड लगाने के लिए जिला प्रशासन से सात लाख रुपये की मांग की थी.
लोक निर्माण विभाग और जिला प्रशासन की ओर से सामाजिक कार्यकर्ता उमेश इंगले को पत्र भेजा गया था कि जिला प्रशासन से फंड उपलब्ध होने पर दिशा सूचक बोर्ड लगाया जाए और अब फंड उपलब्ध होते ही दिशा सूचक बोर्ड लगा दिया गया है शासकीय सामान्य चिकित्सालय में चार वर्षों से चल रहे सामाजिक कार्यकर्ता उमेश इंगले के संघर्ष को सफलता मिली है जिससे मरीजों को वार्ड ढूंढने में परेशानी नहीं होगी जिससे मरीजों को बड़ी राहत मिली है
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