मातंग समाज की प्रलंबित समस्याओ के निराकरण हेतू लहुजी शक्ती सेना
अकोला- राज्य मे विकास से कोसो दूर मातंग समाज की समस्याओ मे बढोत्तरी हो रही है.समाज की इन प्रलंबित समस्याओ के निराकरण हेतू राज्यभर कार्यरत लहुजी शक्ती सेना व्यापक अभियान चलायेगी.इसमे समाज बंधुओ ने समिल्लीत होने का आवाहन लहुजी शक्ती सेना के संस्थापक अध्यक्ष पुणे निवासी विष्णूभाऊ कसबे ने किया.स्थानिय शासकीय विश्रामगृह मे लहुजी शक्ती सेना की ओरसे आयोजित विदर्भ कार्यकर्ता बैठक मे कसबे ने मातंग समाज की प्रलंबित समस्याओ को उजागर किया.सोलापूर के मातंग समाज नेता प्रा मारुती लोंढे, समाज के विदर्भ के नेता वामनराव भिसे की उपस्थिती मे उन्होने कार्यकर्ता ओ को संबोधित किया.राज्यभर बिखरा मातंग समाज सामाजिक विकास से अबतक कोसो दूर हैं. शासन मातंग समाज के विकास के संदर्भ मे चूप है.शासन ने मातंग समाज की प्रलंबित समस्याओ का तुरंत निराकरण हेतू पहल कर इस समाज को भी राष्ट्रीय विकास के प्रवाह मे लाने का आवाहन किया.मातंग समाज एवं अन्य अनुसूचित जाती को अ ब क ड नुसार आरक्षण दे.डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर संशोधन व प्रशिक्षण संस्था की तरह साहित्यरत्न लोकशाहीर अण्णाभाऊ साठे रिसर्च अँड ट्रेनिंग संस्था दे, लोकशाहीर अण्णाभाऊ साठे को भारतरत्न दे,
साहित्यरत्न लोकशाहीर अण्णाभाऊ साठे अर्थिक विकास महामंडल की योजनाओ को निधी दे अन्यथा राज्यभर लहुजी शक्ती सेना व्यापक आंदोलन छेडने का इशारा विष्णूभाऊ कसबे ने दिया.इस बैठक मे मातंग समाज के जेष्ठ कार्यकर्ता प्रकाशराव दांडगे, विष्णू शेलारकर,भिकाजी अवचार,महेंद्र सुतार, विजय बांगर, श्रीकृष्ण चव्हाण,पिंटू अंजनकार, जगदीश भोंगळ, संदीप मानमोठे,अनिल ओंडलेकर,गजानन माहोरे, पंकज जाधव,विलास सावळे,प्रभाकर वानखडे, अशोक खंडारे,ईश्वर खंडारे,श्रीराम इंगळे,सरिता पोटफोडे,गौरव गवळी,संतोष कांबळे,मयुरी मोरे, अनिल साठे समेत पश्चिम विदर्भ के बहुसंख्य पदाधिकारी उपस्थित थे.
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