विश्व सेरेब्रल पाल्सी दिनपर डॉ आदित्य लोहिया को मिला विथ सेरेब्रल पाल्सी अवॉर्ड
अकोला-सेरेब्रल पाल्सी यह जनम से ही ब्रेन से संबंधित अर्धांगवायू का रोग हैं.इसमे शारीरिक अपंगत्व निर्माण होकर स्नायू ढिले होते है.ऐसे असाध्य सेरेब्रल पाल्सी बिमारी का विश्व जनजागरण दिन मुंबई मे हाल ही मे बडे उत्साह के साथ मनाया गया.देश विदेश मे व्याप्त यह बिमारी समाप्त होकर इसपर समाज मे व्यापक जनजागरण हो इस उद्देश से पद्मश्री डॉ मिथु अलूर ने सन 1972 मे स्थापीत किये विश्व सेरेब्रल पाल्सी अडाप्ट कमिटी की ओरसे आयोजित इस सेरेब्रल पाल्सी अवॉर्ड समारोह मे कमिटी की टस्ट्रीज एवं लेखिका मालिनी चीब ,'अडाप्ट "के उपचार प्रणाली की प्रमुख डॉ शबनम रंगवाला व अन्य मान्यवर उपस्थित थे.जेष्ठ बालरोग,अर्थोपेडीक तज्ञ एवं अडाप्ट कमिटी के अध्यक्ष डॉ तरल नागदा की अध्यक्षता मे संपन्न इस समारोह मे अकोला महानगर के सेरेब्रल पाल्सी मरीज डॉ आदित्य लोहिया को बेंचमार्क डीसअबिलिटी मेडिकल एज्युकेशन के लिये
प्रथम पुरस्कार के रूप मे "आचिवर्स विथ सेरेब्रल पाल्सी " अवॉर्ड से सम्मानित किया गया.दो वर्ष कोरोना संकट से यह दिन केवल ऑनलाइन मनाया गया.इस वर्ष इस समारोह को भारी प्रतिसाद मिला. इस अवॉर्ड हेतू इस वर्ष विविध श्रेणीयो के 43 उल्लेखनीय कार्य करनेवाले प्रस्ताव प्राप्त हुये थे.इसमे 8 व्यक्तीयो को पुरस्कृत किया गया,जिसमे प्रथम अवॉर्ड डॉ आदित्य लोहिया को प्रदान कर उनका गौरव किया गया.डॉ लोहिया ने अपनी वैद्यकीय शिक्षा स्थानिक शासकीय वैद्यकीय महाविद्यालय से पूर्ण की.उन्हे बचपन मे ही इस असाध्य रोग ने ग्रासीत किया.किंतु न डगमगते हुये उन्होंने अपना डॉक्टर होने का सपना कठोर परिश्रम से पूर्ण किया.सुप्त गुण के धनी डॉ लोहिया केवल वैद्यकीय क्षेत्र के ही नही वरन उन्हे आधुनिकता व फॅशन विश्व की भी चाह है.मुंबई मे अनेक ख्यातिप्राप्त फॅशन इन्स्टिट्यूट के नियंत्रण मे कुल सातसौ मान्यवरो की उपस्थिती मे उन्होंने अपने कला की मिसाल साकार की हैं.अपने समान मरिजो की सेवा को उन्होंने ईश्वर सेवा माना हैं.महानगर के उद्यमी संजय लोहिया एवं सौ सुचिता लोहिया के सुपुत्र डॉ आदित्य लोहिया की इस उपलब्धी पर उनका वैद्यकीय वर्ग मे स्वागत हो रहा हैं.
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