Akola MIM's Thiya agitation in government hospital: सरकारी अस्पताल में अकोला एमआईएम का ठिय्या आंदोलन
जननी सुरक्षा योजना को सरकारी अस्पताल के तरफ से ठेंगा
हम जल्द ही जननी सुरक्षा योजना के अंतर्गत डिलेवरी वाली महिलाओं को निजी ब्लड बैंक से निशुल्क खून देने का काम करेगे : अधिक्षक
अकोला- सरकारी अस्पताल में जननी सुरक्षा योजना के तहत डिलीवरी वाली महिलाओं को निजी ब्लड बैंक से तत्काल समय पर ब्लड नहीं मिल पाता है जिसके कारण मरीज महिलाओं को तकलीफों का सामना करना पड़ता है यहां तक की मरीजों की जान पर बन आती है जबकि लेडी हार्डिंग में जननी सुरक्षा योजना अभियान अंतर्गत जरूरत पड़ने पर मरीज महिलाओं को निजी ब्लड बैंकों से खून का इंतजाम करके दिया जाता है अकोला के सरकारी अस्पताल में दिख रही इस लापरवाही पर अकोला एम आई एम आक्रमक हुई और एमआईएम सरकारी अस्पताल अधीक्षक डीन से मिलने के लिए अस्पताल में दस्तक दी जहां पर एम आई एम के जिम्मेदारों को अधिकारी साहिबा मौजूद नहीं मिली जिस पर अकोला है मैंने सरकारी अस्पताल के डीन के दफ्तर के सामने ठिय्या आंदोलन शुरू किया जिसके कारण पूरे कार्यालय में भगदड़ मच गई
अलग-अलग अधिकारी कर्मचारी एम आई एम के कार्यकर्ताओं के पास निवेदन लेने के लिए आ रहे थे और एम आई एम के कार्यकर्ता उस अधिकारी को एक शब्द में वापस कर रहे थे वह शब्द यह था कि इस निवेदन में जो मांग है उसका फैसला आप कर सकते हो तो हम आपको निवेदन देने के लिए रेडी है लेकिन हर अधिकारी यही बोलता हुआ दिखाई दिया कि अधिकार हमें नहीं है तो एम आई एम के कार्यकर्ता ने उन्हें यह कहकर भेजा दिया कि हमें आपको निवेदन देना नहीं है हमें यह निवेदन सिर्फ और सिर्फ डीन साहिबा को ही देना है उन्हीं को यह मामला समझाना है और उन्हीं से इस मामले को सुलझाना है 1 घंटे की भागदौड़ के बाद अकोला सरकारी अस्पताल डी आंदोलनकारियों के पास हाजिर होकर चर्चा की और निवेदन को स्वीकार किया निवेदन में एम आई एम ने बताया कि अकोला के दूसरे सरकारी अस्पताल जिसे लेडी हार्डिंग कहा जाता है वहां पर जननी सुरक्षा योजना के तहत जरूरत पड़ने पर निजी ब्लड बैंकों से मरीज महिलाओं को खून का इंतजाम करके दिया जाता है और वही परी अकोला के सरकारी अस्पताल शासकीय रुग्णालय में जरूरत पड़ने पर मरीज महिलाओं को सरकारी ब्लड बैंक में खून मौजूद ना होने के कारण निजी ब्लड बैंक की ओर जाना पड़ता है
जहा उनके बहोत सारे पैसे खर्च होते है एमआईएम ने सवाल उठाया की आखिर एक गरीब इंसान बाहर ब्लड के लिए इतने पैसे कहा से लायेगा जब सरकार की तरफ से जननी सुरक्षा योजना के तहत जब निशुल्क खून मिलता है तो वो पैसे कियू दे एमआईएम की इस मांग को सरकारी अस्पताल अधिक्षक ने गंभीरता से लिया और इस मामले को जल्दी हल करके जननी सुरक्षा योजना पर अमल करने की मांग को माना इस आंदोलन का नेतूत अब्दुल मुनाफ और आसिफ अहमद खान ने किया यह आंदोलन मोहम्मद मुस्तफा पहलवान की निगरानी में हुआ इस आंदोलन में इरफान खान,जावेद खान,इमरान खान रब्बानी,मोहम्मद मुशर्रफ, राज भाई,अब्दुल नासीर,मोहम्मद सद्दाम कादरी,उजैर खान लोधी आदि कार्यकर्ता मौजूद थे।
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