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अकोला में दीपावली 4 दिन तक भ्रांतियां और शास्त्र निवारण

अकोला में दीपावली 4 दिन तक भ्रांतियां और शास्त्र निवारण
अकोला- स्थानिक बड़ा राम मंदिर में अकोला पौरोहित्य संघ की सभा धनतेरस से लेकर भाई दूज के भ्रम को लेकर संपन्न हुई सभा में शुद्ध शास्त्रोक्त विधि से किस दिन यह 4 दिन मनाए जाने चाहिए तय किया गया.
धनतेरस-: धनतेरस प्रदोष तिथि से तय होती है तेरस तिथि प्रदोष समय में सूर्यास्त होते से ही तय की जाती है अकोला का सूर्यास्त सायंकाल 5:50 का है 22 अक्टूबर को तेरस तिथि कल 6:02 पर लग रही है इसी कारण से अकोला में प्रदोष सूर्यास्त दोनों का पक्का आधार 23 अक्टूबर रविवार को होने से 23 को धनतेरस रहेगी.
नरक चतुर्दशी--: यह ब्रह्म मुहूर्त में तथा सूर्यास्त के पूर्व चंद्रोदय तिथि से तय होता है इसी कारण 24 अक्टूबर को नरक चतुर्दशी रहेगी.
लक्ष्मी पूजन दीपावली--: प्रदोष समय में अमावस्या 24 अक्टूबर को होने से 24 अक्टूबर को दीपावली रहेगी.
बलिप्रतिपदा दीपदान--: प्रदोष समय का महत्व होने से 25 अक्टूबर को सूर्य ग्रहण शुद्ध होने के बाद 6:32 के बाद दीप दान करें इसी दिन प्रदोष समय में प्रतिपदा तिथि है
भाई दूज-:  बलिप्रतिपदा स्नान इत्यादि सूर्योदय से एकम तिथि का 07 घंटे12 मिनिट महत्वपूर्ण अंग है ईसी  कारण से स्नान इत्यादि में बलिप्रतिपदा 26अक्टूबर को रहेगी अपरान्ह समय में द्वितीया तिथि होने से बुधवार 26 अक्टूबर को भाई दूज रहेगी. अमरावती बुलढाणा वाशिम मुंबई पुणे नागपुर समस्त महाराष्ट्र तथा अन्य राज्यों में सूर्योदय सूर्यास्त प्रदोष के स्पर्श के आधार से ही धनतेरस इत्यादि तिथि वहां के स्थानीय पंचांग तय करेंगे अलग-अलग स्थानों पर धनतेरस हो सकती है सभा में सर्वश्री पंडित भैरू शर्मा रजनी कांत जाड़ा हेमंत शर्मा गौरव व्यास आलोक शर्मा रमेश आ डी च वाल बाबूलाल तिवारी प्रमोद तिवारी श्याम अवस्थी तथा पंडित रवि कुमार शर्मा उपस्थित थे.

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