ऑक्सीजन आपूर्ति के लिए अकोला प्रशासन का सराहनीय कार्य
अकोला- जिले मे कोरोना के खिलाफ लढाई मे ऑक्सिजन अर्थात प्राणवायु की ज्यादा आवश्यकता निर्माण हुई है। अर्थात इसका अनुमान होने के कारण जिला प्रशासन द्वारा सरकारी वैद्यकीय महाविद्यालय और जिल्हा महिला अस्पताल तथा मुर्तिजापूर के उपजिल्हा अस्पताल मे लिक्विड ऑक्सिजन का युनिट निर्माण करके कार्यान्वित किया गया है। ऐसा होने के बावजूद मांग एवं आपूर्ति इसका तालमेल बैठाते समय प्रशासन प्रामाणिकता से प्रयास कर रही है। जिल्हाधिकारी जितेंद्र पापलकर इनके मार्गदर्शन मे निवासी उपजिल्हाधिकारी संजय खडसे, उपविभागीय अधिकारी डॉ. निलेश अपार और उनके सभी सहकारी स्वास्थ्य विभाग के सहकार्य के लिए तैयार रहते है। सरकार द्वारा राज्यस्तर पर ऑक्सिजन आपूर्ति पर नियंत्रण व नियमन के लिए स्वतंत्र कक्ष कार्यान्वित किया गया है। आश्विन मुदगल यह इस कक्ष के प्रमुख संनियंत्रक अधिकारी है। अकोला जिले का विचार करते हुए पडोस के वाशीम और बुलडाणा इन जिलो को लगनेवाला ऑक्सिजन आपूर्ति अकोला से किया जाता है। उसके मद्देनजर वाशीम जिले मे पूर्णतः तथा बुलडाणा जिले मे अंशतः अकोला जिले पर निर्भर है। इसके संबंध मे ा निवासी उपजिल्हाधिकारी संजय खडसे ने दी जानकारी अनुसार जिले मे सुरश्री गॅस इस संस्था के पास २० मेट्रिक टन इतने क्षमता का लिक्वीड ऑक्सिजन संयंत्र है। उसमे से सिलींडर मे ऑक्सिजन भरकर वह पहुंचाने की व्यवस्था है।इसके साथ ही माऊली उद्योग इस संस्था के पास ६ मेट्रिक टन क्षमता का हवा से ऑक्सिजन निर्माण करने की व्यवस्था है।
तथा पालकमंत्री ओमप्रकाश उर्फ बच्चू कडू इनके नियोजन अनुसार जिल्हा नियोजन समिती के निधी से सरकारी वैद्यकीय महाविद्यालय मे ११ मेट्रिक टन, जिल्हा स्त्री अस्पताल मे १३ मेट्रिक टन तथा मुर्तिजापूर उपजिल्हा अस्पताल मे (विधायक हरिश पिंपळे इनके निधी से निर्माण किया गया है) १० मेट्रिक टन क्षमता का लिक्विड ऑक्सिजन संयंत्र है उसके द्वारा अस्पताल के मरीजो की जरूरत पुरी की जा रही है। तथा संयंत्र मे लिक्विड ऑक्सिजन लाकर भरना पडता है।
राज्य संनियंत्रण कक्ष के निर्देश अनुसार जिले मे हररोज पुणे आणि नागपूर यहां से प्रत्येकी १० से २५ मेट्रीक टन इतना लिक्विड ऑक्सिजन जिले को मिलता है। अस्पताल मे फिलहाल हररोज १२ से १५ मेट्रिक टन ऑक्सिजन की जरूरत रहती है। पहले की स्थिती को देखते हुए आनेवाली आपूर्ति का नियोजन करके वितरण करना पडता है। उसके प्रशासन के अfिधकारी व अस्पताल का व्यवस्थापन इनमे समन्वय, आवश्यक मांग का पंजीयन उसके अनुसार कीए जानेवाली आपूर्ति इसके लिए दिनरात प्रयास किया जाता है। इसके साथ ही जिला नियोजन समिती की निधी से सरकारी वैद्यकीय महाविद्यालय मे हवा से ऑक्सिजन निर्मिती करने का संयंत्र बैठाने का तथा पारस के औष्णिक बिजली निर्मिती वेंâद्र के ओझोनायझेशन युनिट मे ऑक्सिजन निर्मिती होती है उसका शुद्धीकरण करके सिलिंडर मे भरते आए इसके लिए कॉम्प्रेसर बैठाने के लिए प्रयास तेजी से शुरू है। उसके साथ ही स्थानिय अकोला के विधायक गोवर्धन शर्मा इनके द्वारा दिए गए १ करोड रूपयों के विधायक निधी से मनपा के २ अस्पतालों मे लिक्वीड ऑक्सिजन की टंकीयां निर्माण की जाएगी। आपत्ती के समय जिले मे आक्सीजन पर स्वयंपूर्ण रूप से मार्गपर है।
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