ऑक्सीजन: ऊर्जा राज्यमंत्री तनपुरे ने किया पारस औष्णिक बिजली निर्मिती केंद्र का निरीक्षण
अकोला-जिले के महाराष्ट्र बिजली निर्मिती कंपनी के (महाजनको) पारस औष्णिक बिजली निर्मिति केंद्र को रविवार को राज्यमंत्री प्राजक्त तनपुरे ने भेट देकर निरीक्षण किया। औष्णिक बिजली निर्मिती प्रकल्प से ऑक्सीजन उपलब्धता पर इस वक्त उन्होंने निरीक्षण किया उनके साथ पारस औष्णिक बिजली निर्मिती केंद्र के मुख्य अभियंता विट्ठल रहाटे, उप अभियंता दाम्पोदर, उपविभागीय अधिकारी रामेश्वर पुरी तथा महाजेनको के अन्य अधिकारी का समावेश था। औष्णिक बिजली निर्मिती प्रकल्प के ओजोन वायु निर्मिती प्रकल्प से ऑक्सीजन निर्मिती होती है। उस ऑक्सीजन की शुद्धता स्तर 100% मे लाकर वह वैद्यकीय विभाग के लिए उपयुक्त बनाए। एवं आवश्यक कंप्रेसर व अन्य यंत्र सामग्री निर्माण करके आक्सीजन सिलेंडर में भरना इस पर परिस्थिति का निरीक्षण करने के लिए तनपुरे ने आज निरीक्षण किया।
इस वक्त उन्होंने बिजली निर्मित केंद्र ओझोनाइजेशन प्लांट का निरीक्षण किया इस संदर्भ में संभावित तकनीक समस्या एवं ऑक्सीजन उपलब्धता पर अधिकारियों की बैठक लेकर मार्गदर्शन किया। फिलहाल की परिस्थिति को देखते हुए राज्य में ऑक्सीजन की कमी हो रही है। उसके मद्देनजर आवश्यक तांत्रिक व्यवस्था उपलब्ध करके ऑक्सीजन उपलब्धता का निरीक्षण करने के लिए यह दौरा होने का उन्होने बोलते हुए कहा।
जिलाधिकारी कार्यालय में जाएजा एवं प्रस्तुतीकरण
तनपुरे द्वारा जिलाधिकारी कार्यालय में जायजा बैठक ली। इस वक्त जिलाधिकारी जितेंद्र पापलकर, मनपा आयुक्त निमा अरोरा, सरकारी वैद्यकीय महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ मीनाक्षी गजभिए, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सुरेश आसोले, डॉक्टर कुसुमाकर घोरपड़े बालापुर के उपविभागीय अधिकारी रामेश्वर पुरी, निवासी उपजिलाधिकारी संजय खडसे उपस्थित थे। इस वक्त पारस प्रकल्प मे ऑक्सीजन की निर्मिती करते समय एवं उसकी उपलब्धता पर वैद्यकीय निकष की पूर्तता होनी चाहिए।
ऐसा तनपुरे ने कहा तथा पर्याई एवं आपत्ति के वक्त उपयुक्त रहने वाली व्यवस्था होनी चाहिए। मौजूदा स्थिति में ऑक्सीजन का संग्रह उपलब्ध होना आवश्यक है। इस वक्त मंत्री के समक्ष संबंधित अधिकारियों ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से ऑक्सीजन निर्मिती एवं शुद्धिकरण तथा तैयार हुए ऑक्सीजन सिलेंडर में भरना इस पर इस क्षेत्र के तत्वों ने प्रस्तुतीकरण किया।
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